BAGLAMUKHI SHABAR MANTRA OPTIONS

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अस्य : श्री ब्रह्मास्त्र-विद्या बगलामुख्या नारद ऋषये नम: शिरसि।

यदि आप निरपराधी हैं और शत्रु आप पर लगातार तंत्र का दुरूपयोग कर आप को परेशान कर रहा है, तब माँ के दंड विधान प्रयोग करने में विलम्ब न करें, जब तक दुष्ट  को उसकी दुष्टता का दंड नहीं मिल जाता, वह अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करता ही रहता है।

This Baglamukhi Shabar mantra is useful for attaining distinct needs. The wishes could be to damage the steps of enemies or to fulfill any material wish.

वास्तव में शाबर-मंत्र अंचलीय-भाषाओं से सम्बद्ध होते हैं, जिनका उद्गम सिद्ध उपासकों से होता है। इन सिद्धों की साधना का प्रभाव ही उनके द्वारा कहे गए शब्दों में शक्ति जाग्रत कर देता है। इन मन्त्रों में न भाषा की शुद्धता होती है और न ही संस्कृत जैसी क्लिष्टता। बल्कि ये तो एक साधक के हृदय की भावना होती है जो उसकी अपनी अंचलीय ग्रामीण भाषा में सहज ही प्रस्फुटित होती है। इसलिए इन मन्त्रों की भाषा-शैली पर विचार करने की आवश्यकता नहीं है। यदि आवश्यकता है तो वह है इनका प्रभाव महसूस करने की।

शमशान भूमि पर दक्षिण दिशा की तरफ़ एक त्रिकोण बना कर त्रिकोण के मध्य में शत्रू का नाम उच्चारण करते हुए लोहे की कील ठोकने पर शत्रू को कष्ट प्राप्त होता है,

Baglamukhi or Bagala is a vital deity among the 10 Mahavidyas worshipped with terrific devotion in Hinduism. The final word benefit of worshipping Baglamukhi clears the illusions and confusions from the devotees and gives them a clear route to carry on in life.

महादेव और पार्वती ने ही मनुष्यों के दुख निवारण हेतु शाबर मंत्रों की रचना की। शाबर ऋषि व नव नाथों ने भी कलियुग में मनुष्यों के दुखों को देखते हुए की व सहज संस्कृत ना पढ़ पाने के कारण भी है, आँख की पीड़ा-अखयाई ,कांख की पीड़ा -कखयाइ, पीलिया, नेहरूआ, ढोहरूआ, आधासीसी ,नज़र भूत प्रेत बाधा से मुक्ती हेतु ही की थी जिससे उपचार में विशेष सहायता प्राप्त हुई और रोगी का ततछण आराम मिल जाता है। आज भी झाड़ा लगवाने कुछेक असाध्य रोगों के विशेष प्रभाव शाली है,

- ह्रीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय जिह्ववां कीलय बुद्धि विनाशय ह्रीं ॐ स्वाहा।

यहाँ पर उल्लिखित शाबर मन्त्र के सम्बन्ध में अनुभवी साधकों का यह निष्कर्ष है कि यह परमशक्तिशाली मन्त्र है और इसका प्रयोग कभी निष्फल नहीं होता है। इसका सिद्धि-विधान भी अत्यन्त ही सरल है। इसके लिए साधक को यह निर्देश है कि भगवती बगला की सम्यक् उपासना एवं उपचार के उपरान्त प्रतिदिन दो माला जप एक महीने तक करें। इतने अल्प समय और अल्प परिश्रम से ही यह मन्त्र अपना प्रभाव प्रकट करने लगता है।

ॐ ह्लीं ह्रीं  ह्लीं श्रीम ह्लीं ॐ स्वाहा

Which means: Refers to the goddess as 'the just one that has a crane's confront.' She is believed to possess the ability to paralyse or Handle enemies.

A temple devoted to Bagalamukhi is found from the Newar town of Patan in close proximity to Kathmandu, Nepal, the state in which worship of tantric goddesses more info had royal patronage.

बगलामुखी में गायत्री मंत्र एक मजबूत और पवित्र मंत्र है। नतीजतन, इसके कई फायदे हैं। महाशक्ति की कृपा प्राप्त करना बगलामुखी गायत्री मंत्र के प्रमुख लाभों में से एक है। इसके अलावा, देवी बगलामुखी का गायत्री मंत्र महिलाओं के लिए बेहद मददगार है। वास्तव में, देवी बगलामुखी गर्भवती महिलाओं की रक्षा करती हैं और गायत्री मंत्र को पूर्ण समर्पण के साथ करने पर सहज प्रसव में भी मदद करती है। इसके साथ ही, देवी बगलामुखी श्रद्धालुओं को दूसरों को अपनी ओर आकर्षित करने की क्षमता प्रदान करती है और दुश्मनों तथा प्रतिस्पर्धियों को हराने का साहस भी देती है। वह अपने उपासकों को दुनिया की सभी दुष्ट शक्तियों से बचाती है। इस मंत्र का दिन में कम से कम तीन बार उच्चारण करना चाहिए।

“अयं हरिं बगलामुखी सर्व दुष्टानं वचं मुख पदं स्तम्भया

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